Thursday 1 February 2024

 


Bihar Deled Admission Online Form 2024-2026: प्रारम्भिक शिक्षा में डिप्लोमा (डी०एल०एड०) पाठ्यक्रम में नामांकन हेतु निदेशक, शोध एवं प्रशिक्षण, शिक्षा विभाग, बिहार पटना वो पत्रांक-12/विविध-11/2016-97. 1/2016-97, दिनांक 25.01.2024 द्वारा प्राप्त संशोधित संयुक्त प्रवेश परीक्षा विवरणिका (सत्र 2024-26) के आलोक में सत्र 2024-26 में बी०एस०एड० संयुक्त प्रवेश परीक्षा, 2024 में सम्मिलित होने के इच्छुक अभ्यर्थी / सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य संबंधितों को सूचित किया जाता है,



कि NCTE से मान्यता प्राप्त एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से सम्बद्धता प्रदत्त डी०एल०एड० प्रशिक्षण पाठ्यक्रम संचालित राज्य के सभी राजकीय / अराजकीय प्रशिक्षण संस्थानों में कुल स्वीकृत सीटों के विरुद्ध नामांकन के लिए चयन हेतु डी०एल०एड० संयुक्त प्रवेश परीक्षा, 2024 (online) का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। उक्त प्रवेश परीक्षा हेतु ऑनलाईन (online) माध्यम से दिनांक 02.02.2024 से 15.02.2024 तक आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के नामांकन हेतु मेधा सूची एवं संस्थानों की प्राथमिकता (Merit-Cum-Choice) के आधार पर, संस्थान आवंटित होगा, जिसके लिये समिति द्वारा अलग से विज्ञप्ति प्रकाशित की जाएगी।




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Bihar Deled Admission Online Form 2024

Bihar School Examination Board, Patna

Post Update 02 February 2024

Title of the Posts Bihar Deled Admission Online Form 2024-2026

Advt. No. P.R. 46/2024

Admission Session 2024-2026

Admission Form Online Start Date 02 February 2024

Last Date Admission Form Online 15 February 2024


शैक्षणिक योग्यता (Education Qualification)

) उच्च माध्यमिक (10+2) अथवा उसके समकक्ष परीक्षा में कम से कम 50% अंक से उतीर्ण हों। (Inter Passed)

) डी०एल०एड० संयुक्त प्रवेश परीक्षा, 2023 में इण्टरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा, 2023 में भाग लेने वाले परीक्षार्थी भी सम्मिलित हो सकेंगे, लेकिन नामांकन हेतु चयन इण्टरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा में 50 प्रतिशत (आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 05 प्रतिशत की छूट) अंक पाकर उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों का ही होगा।

) अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति एवं दिव्यांग कोटि के अभ्यर्थियों के लिए न्युनतम निर्धारित अंकों में 05 % की छूट मिलेगी।




डी.एल.एड संयुक्त प्रवेश परीक्षा पाठ्यक्रम, प्रश्नो की संख्या एवं निर्धारित अंक



प्रवेश परीक्षा आनलाईन माध्यम (Computer Based Test) से आयोजित होगी। इस परीक्षा में कुल 120 प्रश्न होंगे।


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♻️ प्रवेश परीक्षा की अवधि (Duration of Entrance Test}


👉प्रवेश परीक्षा की अवधि 150 मिनट (2.30 Hrs.) की होगी।


♻️ प्रवेश परीक्षा का प्रारूप (Pattern of Entrance Test)


क्रम सं०     विषय       प्रश्नों की संख्या         निर्धारित अंक


1 सामान्य हिन्दी                     25                           25

(General Hindi)/ उर्दू (Urdu)

2 गणित (Mathematics)      25                         25


3 विज्ञान (Science)                  20                       20

4.समाजिक अध्ययन                     20                      20

(Social Studies) 

5 सामान्य अंग्रेजी (General English) 20             20


6.तार्किक एवं विश्लेशणात्मक क्षमता        10              10

 (Logical & Analytical Reasoning) 


                         कुल-                        120            120


प्रत्येक सही उत्तर के लिए 01 (एक) अंक दिये जायेंगे।


♻️ D.El.Ed परीक्षा में न्यूनतम योग्यता अंक (Minimum qualifying Marks )


✳️DE.Ed संयुक्त प्रवेश परीक्षा में न्यूनतम अर्हक अंक (Minimum Qualfying Marks) अनारक्षित श्रेणी के लिए 35 प्रतिशत और आरक्षित श्रेणी के उम्मीदयारों के लिए 30 प्रतिशत होंगे।


💥डी. एल.एड. संयुक्त प्रवेश परीक्षा पाठ्यक्रम

Syllabus for Deled entrance exam 


⭐ सामान्य हिन्दी (General Hindi):- मैट्रिक स्तरीय


♥️संधिः प्रकार सहित , समास रचना और प्रकार सहित, संक्षेपण अनेक गधा गद्यावतरणों के संक्षेपण से संबद्ध अभ्यास, पारिभाषिक एवं तकनीकी शब्दः उदाहृत वाक्यों में व्यवाहृत शब्दों से ऐसे शब्दों की पहचान, मुहावरे और लोकोक्तियां: वाक्य-प्रयोग, वाक्य -शुद्धि, पदबंध, वाच्य एवं उनके भेद, वाक्य-प्रकार ।


साहित्यशास्त्र , शब्द-शक्ति: व्यंजना , अलंकार अर्थलिंकार-उपमा, रूपक, उत्प्रेरक्षा, विरोधाभास, छंद प्रमुख , वार्णिक छंद, काव्य-गुण, रस आदि।


♻️ सामान्य अंगेजी (General English}:- मैट्रिक स्तरीय

Grammatical items and structures:

(a) Reinforcement of items like:

• 👉Sequence of Tenses in Connected speech

• 👉Reported speech in extended texts

. 👉Use of non-finites

👉Passive Voice

👉Punctuation marks (Semicolon, Colon, Dash, hyphen, parenthesise or use ef

brackets and exclamation mark)

👉Preposition

👉Synthesis using cohesive device

(b) Phrases and idioms including phrasal verbs and prepositional phrases

(c) Clauses: Conditional Clauses

(d) Subject- Verb Agreement


♻️ गणित (Mathematics):-  मैट्रिक स्तरीय

👉संख्या-पद्धति    -   वास्तविक संख्या

👉बीजगणित🔹 बहुपद दो चर वाले रैखिक समीकरण, बहुपद दो चर में रैखिक युगपद,समीकरण, द्विघात समीकरण, अंकगणित आवृत्ति ।

👉व्यवसायिक गणित -  शेयर एवं लाभांश, बट्टा, चक्रवृद्धि ब्याज, किस्तों में भुगतान।

👉नियामक ज्यामिति - नियामक ज्यामिति

👉ज्यामिति - यूक्लिड की ज्यामिति रेखाएँ एवं कोण, त्रिभुज, चतुर्भज, क्षेत्रफल, वृत्त, बनावट, त्रिभुज, वृत, बनावट

👉क्षेत्रमिति - क्षेत्रफल पृष्ठ क्षेत्रफल, समतल क्षेत्र का क्षेत्रफल, पृष्ठों का क्षेत्रफल एवं आयतन

👉सांख्यिकी - सांख्यिकी सहायक पाठ

👉त्रिकोणिमिति  🔹 त्रिकोणमितीय अनुपाद, त्रिकोणमितीय तादात्त्य


♻️ विज्ञान (Science} : मैट्रिक स्तरीय 

👉पादप एवं जन्तु जनन एवं गुणवत्ता सुधार के लिए चयन उर्वरक एवं खाद का उपयोग करने व कीट रोगों से बचाव, जैव कृषि।


👉 वाष्पीकरण, उष्मा का अवशोषण।

👉 ठोस, द्रव और गैस विशिष्टता -   आकार, आयतन, धनत्व पदार्थ की अवस्था में परिवर्तन- द्रवण, जमना, वाष्पीकरण, सुघनन, उर्ध्वपातन 

👉तत्व, यौगिक और मिश्रण समांगी और असमांगी मिश्रण । कोल्वायड्स और निलबन, मूल इकाई,अणु और परमाणु। स्थिर अनुपात का नियम । आणविक और परमाणविक सहतियां। मोल की अवधारणा, कण की संहति और संख्या के साथ मोल का सबंध संयोजकता, सामान्य योगिकों के रासायनिक सूत्र। परमाणु सूक्ष्मतम कणों इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रोन से बनते हैं।समस्थानिक (Isotope) समभारिक (Isobars) ।

👉पौधे और जन्तुओं में विविधता  -  वैज्ञानिक नामकरण के आधारभूत मुद्दे, वर्गीकरण का आधार। वर्गो एवं समूहों का पदानुक्रम - पौध के प्रमुख समूल (विशेष लक्षण-बैक्टिरिया, थैलोफाइटा, ब्रायोफाइटा, टेरीडोफाइटा, जिमनोस्पर्म एवं एंजीओस्पर्म) ।

👉 जन्तुओं के प्रमुख समूह-अकशेरूकी-फाइलम (संघ) तक, कशेरूकी - क्लास (वर्ग) तक,कोशिका जीवन की आधारभूत इकाई के रूप में प्रोकारियोट एवं यूकारियोट कोशिका,बहुकोशिकीय जीव-कोशिका झिल्ल्ली एवं कोशिका भित्ति, कोशिकांग


👉 क्लोरोप्लास्ट, माइटोकोण्ड्रिया, रिव्तिकाएँं. अंतः द्रव्य जालिका गालजीकाय केन्द्र क, क्रोमोजोम

की आधारभूत संरचना एवं संख्या। जैविक गठन के स्तर उतक, अंग, अंगतंत्र एवं जीव।

पादप एवं जन्तु उत्तक की संरचना तथा कार्य (चार प्रकार के जन्तुओं में) तथा विभज्योतक

और स्थायी उत्तक पौधों में।

सूक्ष्मजीरवों (जीवाणु, विषाणु एवं प्रोटोजोआ) से उत्पन्न होने वाले रोग एवं बचाव।

पदार्थों का अन्तकोंशिकीय एवं किसी लिविंग सिस्टम में कोशिकीय वातावरण में

विसरण/ विनिभय, पोषण, जल एवं खाद्य पदार्थों का परिवहन, उत्सर्जन, गैसीय आदान प्रदान

में विसरण। विनियम की भूमिका।

गति-विस्थापन, वेग समान वेग एवं असमानवेग का सरल रेखीय अध्ययन, त्वरण समान और

समान त्वरित गति के लिए वेग-समय ग्राफ ग्राफीय विधि दरारा गति के सपमीकरण, सान

वृत्तीय गते का प्रारंभिक ज्ञान

बल और गति, न्यूटन के गति नियम, पिंड का जड़त्व, जड़त्य और संहति संवेग, बल और

त्वरण, संवेग-संरक्षण का सिद्धांत (प्रारंभिक ज्ञान), क्रिया-प्रतिक्रिया बल गुरूत्वाकर्षण

गुरूत्वाकर्षण के सर्वव्यापी नियम पृथ्वी का गुरूत्वाकर्षण बल ( गुरूत्व ), गुरूत्य के कारण

त्वरण, संहति और भार स्वतंत्र रूपसे गिरता हुआ पिड।

कार्य, ऊर्जा और शक्ति बल के द्वारा किया गया कार्य, ऊर्ज्जा शक्ति, गतिज एवं स्थैतिज़

ऊर्जा, ऊर्जा के संरक्षण का नियम ।

तैरती हुई वस्तुएँ -- दाब और प्रणोद, आक्रमिडीज का सिद्धांत, उत्पलावन, आपेक्षिक घनत्व का

प्रारंभिक ज्ञान।

ध्वनि की प्रकृति और इसका विभिन्न माध्यमों में अभिगमन, ध्वनि वेग, मानव के सुनने का

दायरा, पराध्वनि (अल्ट्रासाउण्ड) ध्वनि का परावर्तन, प्रतिध्वनि और सोनार, मानव कान की

संरचना (मात्र सुनने की प्रक्रिया)

प्राकृतिक संसाधन प्रकृति में संतुलन - भौतिक संसाधन : वायु, जल और मिट्टी, श्वसन हेतु

दहन हेतु, तापक्रम को सीमित या विकरण करने हेतु, वाय की भमिका, वायु का चुलना एव ुरे

भारत में व्षां लाने (मानसून) में इनकी भूमिका।

वायुजल एवं मृदा प्रदूषण (सक्षिप्त परिघय) ओजोन परत में छेद एवं इसके रांभावित खतरे।

जैव-भू रासायनिक चक्रण, जलीय चक्र, ऑक्सीजन चक्र, कार्बन चक्र एवं नाइट्रोजन चक्र।

अम्ल, भस्म और लवण सामान्य गुण, उदाहरण और उपयोग। रासायनिक प्रतिक्रियाओं के

प्रकार- संयोगी प्रतिक्रिरा विघटन प्रतिक्रिया दिस्थापन प्रदिक्रिया, द्धिविथ्ापन प्रविप्रिया,

अवक्षेपण प्रतिक्रिया, उदासीनीकरण हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की प्राप्ति तथा हानि के संदर्भ

में ऑक्सीकरण एवं अवकरण की व्याख्या।

धातुकर्मीय प्रक्रिया / धात्विकी, सामान्य धातुओं के गुण रासायनिक बंधन / आबंद का सामान्य

ज्ञान कार्बन के यौगिक और इसके संदर्भ में रासायनिक आबंद का सामान्य ज्ञान संतुप्त

शादट्रकार्वन, एस्कोहल कार्योविसलिक एसिड।

तत्वों के वर्गीकरण की ऐतिहासिक पृष्टभूमि तत्वों मेंडलीफ की आवर्त तालिका तत्यों के गुर्णों

का परिवर्तन ।

हमारा पर्यবिरणः पर्यावरण की समस्याएँ-हम क्या कर सकते है? जैव विघटित, जैद अविधटित

ओजोन क्षरण।

सजीव को परिभाशित करें। पौधं एवं जन्तुओं में पोशण, श्वरन, परिवहन एव उत्सर्जन की

मौलिक अवधारणा। जड़ नीचे की तरफ क्यों बढ़ते हैं, क्या हम उन्हें ऊपर की तरफ बढ़কा

सकते हैं? तना ऊपर की तरफ क्यों बढ़ता है? पौधों में गति/ पौधों के हार्मोन एक


-7-


परिच्य/ जन्तুओं में नियंत्र्य तथा समन्यय ऐच्छिक अनैचिक दरथा प्रतिव्ती ज्रिर्याएिका

तन्त्र, रासायनिक समन्वय जन्तु हॉर्मोन ।

पौधे से जन्तुओं में प्रजनन, परिवार -नियोजन की विधियों का अध्ययन, सुरक्षित यौन संबंध/

HIV/AIDS। गर्भवती महिला एवं महिला का स्थारथ्य।

अनुवांशिकी एवं जैव विकास- अनुवांशिकीः जीवन की उत्पत्ति का संक्षिप्त परिचय जैव विकास

के मौलिक सिद्वान्त

विधुत परिपथ्- विभवान्तर, विभव ओहम का नियम प्रतिरोधों का अ्रेणीक्रम प्रतिरोध्ों का सांतर

क्रम संयोजन विधुतधारा के कारण विधुत शक्ति का अपव्यय (Power dissipated) PV।

और R में अन्तः संबंध ।

चुम्बक- चुभ्बकीय क्षेत्र, चुम्बकीय बल रेखाएँ धारावाहित तार के कारण चुम्बंकीरय केषत्र कुंडली

में प्रवाहित धारा के कारण चुम्बकीय क्षेत्र। धारावाहित चालक पर बल, पलेमिंग का वाम हस्त

नियम विद्युत मोटर विधुत चुम्बकीय अभिप्रेरण (Electromagentic Induction) अभिप्रेरित

विभवान्तर, अभिप्रेरित धारा। विधुत जनित्र (Electric Generator) सिद्धांत और कार्य। दिश्ट

धारा प्रत्यावर्ती धारा, प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति, प्रत्यादत्ती धारा का दिश्ट धारा पर लाभ।

घरेलू विधुत परिपथ ।

अभिसरित और अपसरित प्रकाश (Convergence and divergence of light) अवतल

दर्पण द्वारा प्रतिबिम्ब का बनना। समबद्ध अवधारणाएँ यथा बक्रता केन्द्र, प्रधान अक्ष प्रकाश

केन्द्र, फोकस, फोकसदूरी। अपवर्त्तन, अपवर्तन के नियम उत्तल लेंस के द्वारा प्रतिबिबों का

वनना मानत ऑँख में लेंस का कार्य, दृश्टि की समस्याएँ एवं उनका 


 

वनना मानत ऑँख में लेंस का कार्य, दृश्टि की समस्याएँ एवं उनका निवारण गोलीय दर्पणों

और लेंसों का प्रयोग अपवर्त्तन की अवधारणा, प्रकाश का वेग, सापेक्ष अपयक्तांक, तारे का

टिमटिमाना प्रकाश का वर्ण- विक्षेपण प्रकाश का प्रकीर्णन।

प्रकृतिक संसाधन, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण- प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन, प्राकृतिक

संसाधनों का संक्षण तथा यथोचित उपयोग, वन तथा वन्य प्राणी, कोयला तथा पेट्रोलियम का

संसक्षाण आम जोगों की सहाभागिता, सिपको आदोलन, विष्त पारिटूरश्या के संदर्भ में सं्ण के

कानूनी पहलू (लीगल प्रोस्पेव्टिव)।

ऊर्जा के स्त्रत- मानव के व्यवहार के लिये ऊर्जा के विभिन्न रूप तथा विभिन्न औोत, जीवाश्म

ईधन और सौर ऊर्जा, बायोगैस, जल तथा ज्वारीयय ऊर्जा, नाभिकीय ऊर्जा। ऊर्जा के

नवीकरणीय तथा अनवीकरणीय स्रोत।

7.4.5 सामाजिक अध्ययन (Social Studlies) :- मैद्रिक स्तरीय

भौगोलिक खोज- भौगोलिक खोजों का परिणाम

अमेरिकी स्वतंत्रता संग्ाम

फांस की क्रांति

नाजीवाद एवं हिटलर

प्रथम विश्वयुद्ध एवं द्वितीय विश्वयुद्ध

आदिवासी समाज और उपनिवेशवाद- आदिवासी समाज में उपनिवेशवाद के विरुद्ध गोलबंदी

बिरसा मुण्डा, चुआड, तिलका मॉझी, बसरा आदि।

कृषि और खेतिहर सभाज, वर्तमान समय में ग्रामीण अर्थव्यवस्था में परिवर्तन, संदर्भ

बिहार-केला, गन्ना, गेहूँ, लीची, संयुक्त राज्य अमेंरिका-गेहूँ कपास।

राष्ट्रसंध, राष्ट्रसंघ का प्रयास, राष्ट्रसंघ की विफलता, संयुक्त राष्ट्र संघ,

-৪-

युरोष में राष्ट्रताद- 1830 ई० को बाद सूसोप में राष्ट्रवाद का विकास, मेजिनी आदि का विचार

पोलैण्ड, हंगरी, इटली, जर्मनी, ग्रीस आदि के आन्दोलनों की सामान्य विषेशताएँ ।

समाजवाद एवं साम्यवाद-1917 के वॉत्शेविक क्रांति।

हिन्द-चीन में राष्ट्रवादी आंदोलन- हिन्द चीन में फासीसी उपनिवेशवाद, फॉसीसियों के विरूद्ध

क्रमिक संघर्ष फान-दिल, फॉग -फौँग, बोइ चार, नागू एन कस क्यू द्वितीय विश्वयुद्ध और

मुक्ति संधर्ष, अमेरिका और द्वितीय विश्वयुद्ध ।

भारत में राष्ट्रवाद (1914-1930)- प्रथम विश्वयुद्ध के कारण और परिणाम का भारत से

अर्तसबंध, खिलाफत आदोलन, असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन (पृष्ठभूमि, कारण,

परिणाम), किसान, मजदर और जन-जातियों का विद्रोह, विभिन्न राजनीतिक पार्टियों की

गतिविधियाँ।

अर्थव्यवस्था और आजीविका- औधोगिकीकरण (1850- 1950), ब्रिटेन और भारत में

औद्योगिकीकरण, औद्योगिक उत्पादन एवं कुटीर, उद्योगों के बीच संबंध, मजदूरों की आजीविका

(ब्रिटेन और भारत), संगठित और असंगठित क्षत्रों में काम क্रने वाजे ्रिटेन और भारत के

भजदूरों का जीवन-स्तर

शहरीकरण एवं शहरी जीवन

আ্यपार और भूमंडलीकरण- 19वीं तथा प्रारंभिक 20 वी शताब्दी में विश्वबाजार का विस्तार और

एकीकरण, दो महायुद्धों के दरम्थान व्यापार और अर्थव्यवस्था 1050 ई० के दशक के बाद

परिवर्तन

प्रेस, संस्कृति और राष्ट्रवाद- 19वीं सदी के भारत में प्रेस का विकास, प्रिन्ट- संस्कृति,

आम-बहस और राजनीतिक सम्बन्ध।

स्थिति एवं विस्तार- विश्व मानचित्र पर भारत की स्थिति, भारत का भौोलिक चिस्तार।

अपवाह स्वरूप-अपवाह तंत्र, नदियों, जलाशय, मानव सभ्यता की जीवन रेखा के रुप में

नदियों, नदियों का सरक्षण एवं प्रदूषण के रोकथाम के उपाय, मानव जीवन पर प्रभाव।

भारतीय जलवायु की प्रभावित करने वाले कारक ।

प्राकृतिक वनस्पति एवं वन्य-प्राणी-वनस्पतियों के प्रकार गहत्द वितरण, वनों में निवास कने

वाले जीय-जतुओं की उपयोगिता, महत्व, वनस्पति एवं जीय जतुओं का संखक्षण।

जनसंख्या-जनसंख्या का आधार- धनत्व, वित्तरण, जनसंख्या परिवर्तन को नि्धारित एवं

प्रभावित करने वाले कारक- वृद्धि, प्रवजन, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधायें, राष्ट्रीय जनसंख्या नीति,

जनसंख्या यृद्धि के दु्रभाव ।

भारत के पड़ोसी देश-स्थिति एवं विस्तार, संक्षिप्त परिचयः नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्री लका

एवं पाकिस्तान, जलवायु की विशेषताएँं, उद्योग-धंधे एवं खनिज, उद्योग धंधों का अर्थव्यवर्था

का प्रभाव।

मानचित्र अध्ययन-मापक- परिभाषा, उपयोगिता, मापक प्रदर्श की विधियं

पुलनात्मके मापक । रल तथा

क्षेत्रीय अध्ययन-भुमिगत जलस्तर में गिरावटः कारण एवं उपाय, भूमि, उपयोग के सवरुप में

परिवर्तन, प्रदूषणः प्रकार, कारण एवं वचाव ।

संसाधन- संसाधन का महत्, प्रकार संसाधन निय्योज़न, संसाधनों जा गहत्व, सतत विकास की

अवधारण, प्राकृतिक संसाधन- भूमि संसाधन, मृदा निर्माण, मृदा के प्रकार एवं वितरण, भूमि

उपयोग का बदलता स्वरुप, भूक्षरण और भूसरक्षण।


कृषि संसाधन, रोजगार, उत्पादन, खाद्य सुरक्षा, वैश्वीकरण एवं वृृषि पर इराका प्रभाव

पशुपालन और मत्स्य पालन ।

जल-संसाधन- जल के स्रोत, वितरण, जल संसाधन का उपयोग, बहुद्देशीय परियोजनाएँ, जल

सकट, जल -संरक्षण एवं प्रबन्धन की आवश्यकता, वर्षा जल-संग्रहण एवं उसका पुन्यक्रण,

सोन परियोजना का आध्ययन।

खनिज संसाधन खनिजों के प्रकार, वितरण, खनिजों का आर्थक महत्य एवं खनिजों का

संरक्षण।

वन एवं यन्य प्राणी संसाधन-प्रकार, वितरण, वन सम्पदा तथा वन्य जीवों का ह्यास एवं संरक्षण,

वन्यजीव एर्व जैव विविधता की उपयोगिता।।

शक्ति संसाधन-शक्ति संसाधन के प्रकार, ' परम्परागत एवं गैर- परम्परागत शक्ते के साधन,

वितरण, उपयोग तथा संरक्षण।

निर्माण उह्योग-उद्योगों का वर्गीकरण, क्षेत्रीय वितरण, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में उद्योगों का

योगदान, वैश्वीकरण का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, उद्योगों से उत्पन्न प्रदूषण का प्रभाव,

प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपाय ।

परिवहन, संचार और व्यापार- परिवहन के प्रकार एवं महत्व। संचार के माध्यम एवं उनका

महत्व। राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय व्यापार पर परिवहन एवं संचार के साधनों का प्रभाव।

जन-जीवन पर प्रभाय ।

चिहार श्रा़्रजिय संसाधन एवं जनसंख्या- সৃখি संसाधन, जल संसाभन, दन्न, এनय-जीव एवं

संरक्षण, खनिज संसाधन, शक्त संसाधन । उद्योग एवं परिवहन। जनसंख्या आकार,

 घनत्व

वितरण। नगरों का विकास।

समकालीन विश्व में लोकतंत्र

लोकतंत्र का व्यापक अर्थ।



लोकतंत्र का व्यापक अर्थ।

के संक्धान निम्माण-भारतीय संविधान की विशेषताएँ।

लोकतंत्र में चुनावी राजनीति

भारत में चुनावी प्रणालीः (क) निर्वाचन क्षेत्र (अरक्षित / अनारक्षित) (ख) मतदाता- साचथी (ग)

चुनाव-अभियान (घ) मतदान और मतगणना

संसदीय लोकतंत्र की संस्थाएँ- संसदीय लोकतंत्र में निर्णय करने वाली संस्थाएँ (क) संसद

राष्ट्रपति / प्रधानमंत्री एवं गंत्रीपरिषद () उच्चलम न्यायालय तीनों सस्थाओं के अर्तसबध

लोकतांत्रिक अधिकार मौलिक अधिकार, अधिकारों का बढ़ता दायरा, मानवाधिकार, सूच्ना का

अधिकार।

सता की साझेदारी- लिंग भेद एवं साम्प्रदायिक विभेदों

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सत्ता में साझेदारी की कार्य -प्रणाली लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा एवं संधर्घ- प्रतिसपर्धा एत सघर्ष को अर्थ

जनसंघों की भूमिका राजनीतिक दल क्या हैं? भारत के प्रमुख राजनीतिक दल (राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीयो)

राजनीतिक दलों में प्रतिस्पर्धा का लोकतंत्र के सशक्तीकरण एवं राष्ट्रीय विकास में योगदान।

* लोकतंत्र की उपलब्धियाँ- (क) उत्तरदायी एवं वैध शासन। (ख) आर्थिक संवाद और विकास। (ग)

सामाजिक विषमता और सामंजस्य। भारतीय लोकतंत्र कितना सफल है? भारत में लौक्तंत्र की

सफलता के कारक तत्व।

लोकतंत्र की चुनौतिया

74.6 तार्किक एवं विश्लेषणात्मक क्षमता (Logical &Analytical Reasoning)

Analogy, Classification, Series, Coding-Decoding, Blood Relations, Direction Sense Test,

Logical Venn Diagrams, Aiphabet Test, Sitting Arrangements, Mathematical Operations,

Arithmetical Reasoning, inserting the Missing Character, Number, Ranking and Time,

Sequence Test, Eligibility Test.


7.4.7 उर्दू

 (urdu)/ matric स्तर









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